@ 18 साल के लड़के ने आईपीएल, रणजी ट्रॉफी खेलने वाले सीनियर गेंदबाजों की ली जमकर खबर @ भविष्य का स्टार है आरव महाजन, अभी तक जूनियर क्रिकेट में मचाया धमाल अब सीनियर में किया कमाल @ ऊधमसिंह नगर इंडियंस के लिए बतौर सलामी बल्लेबाज आरव ने 47 गेंदों पर 81 रनों की विस्फोटक पारी खेली जूनियर ———————————————- देहरादून : उम्र 18 साल, कद 5 फिट 9 इंच, छक्के लगाता है लंबे-लंबे, अब सीनियर गेंदबाजों को भी नहीं बख्श रहा है। जी हां नाम है आरव महाजन। अगर आपने अभी तक इस युवा क्रिकेटर का नाम नहीं सुना है तो जान लीजिए। क्योंकि आने वाले समय में यह विश्व क्रिकेट के फलक पर चमक बिखरने को तैयार है। उत्तराखंड प्रीमियर लीग में ऊधमसिंह नगर इंडियंस के लिए बतौर सलामी बल्लेबाज 47 गेंदों में 81 रनों (07 चौके और 04 छक्के) की विस्फोटक पारी खेलने वाले आरव महाजन ने सभी का दिल जीता लिया। बेखौफ होकर सीनियर गेंदबाजों की गेंदों पर मैदान के चारों तरफ चौके-छक्के लगाकर आरव ने साबित कर दिया है कि अगर टैलेंट है तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। कई लोग तो उन्हें इस मैच से छोटा सचिन बुलाने लगे हैं। जिस तरह क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने शुरुआती दिनों में पाकिस्तान, वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया, ठीक उसी प्रकार आरव ने 19 सितंबर 2024 को राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम देहरादून में हुए मुकाबले में नैनीताल एसजी पाइपर्स के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। जिसमें आईपीएल में आरसीबी के लिए खेलने वाले राजन कुमार, उत्तराखंड की सीनियर टीम से खेलने वाले व विदेश के क्लब से खेलने वाले मयंक मिश्रा, नितिन पुंडीर जैसे धुरंधर गेंदबाजों की गेंदों को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इससे हर कोई इस युवा खिलाड़ी का मुरीद हो गया। आरव ने इस जून में भी 18 साल पूरे किए हैं। अभी तक वह उत्तराखंड की जूनियर टीम से खेलते हैं। 2023-24 में आरव ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 05 मैचों में 57.40 की औसत से 287 रन बनाए, जिसमें 101.77 का स्ट्राइक रेट रहा। इसमें 22 चौके और 11 छक्के लगाए। वहीं, कूच बिहार ट्रॉफी में आरव ने 04 मैचों में 65 की औसत से 455 रन बनाए, जिसमें 54 चौके और 07 छक्के शामिल रहे। इस प्रदर्शन को देखते हुए नेशनल क्रिकेट एकेडमी के आफिशियल ने भी आरव की जमकर सराहना की है। पूर्व में आरव को ग्रूमिंग के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी भी बुला चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में यह खिलाड़ी भारतीय अंडर 19 टीम का हिस्सा बन सकता है। हालांकि, यह भविष्य में उनके प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है।
आरव को पर्सनल कोचिंग दे रहे राहुल साहनी के अनुसार, आरव ने महज 07 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। आरव और राहुल दोनों जम्मू के रहने वाले हैं। राहुल भी क्रिकेटर रह चुके हैं। आरव भी वहीं कोचिंग के लिए आते थे जहां राहुल साहनी कोचिंग लेते थे। यहीं से दोनों संपर्क में आए। राहुल ने भी आरव के अंदर टैलेंट देखा और उन्हें निखारने के लिए पर्सनल कोचिंग देना शुरू कर दिया। आरव जम्मू कश्मीर राज्य के लिए अंडर 14 खेल चुका है। उत्तराखंड को मान्यता मिलने के बाद दोनों उत्तराखंड आ गए और यहां राजपुर क्षेत्र के गुनियाल गांव के पास अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी में आ गए। यहां राहुल ने भी कोचिंग देना शुरू कर दिया। यहां लंबे समय तक राहुल ने कोचिंग दी। आरव को भी उन्होंने तैयार किया। अब वह सालभर में कभी हैदराबाद, कभी जयपुर तो कभी देहरादून तो कभी अन्य जगह आरव को स्पेशल कोचिंग के लिए ले जाते हैं। दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के साथ आरव ऑफ स्पिन भी करते हैं। इसके अलावा वह जबरदस्त फील्डिंग करते हैं। यूपीएल में जब सिंगल डबल रोकने हों तो कप्तान उन्हें नजदीक लगा देते हैं और जब चौके छक्के रोकने हो तो उन्हें बाउंड्री पर भेज देते हैं। हरिद्वार स्प्रिंग एल्मास के खिलाफ जब कुनालवीर सिंह घातक साबित हो रहे थे तो आरव ने ही उनका जबरदस्त कैच पकड़ा। यही विकेट इस मैच का टर्निग प्वाइंट रहा और आरव की टीम ऊधमसिंह नगर इंडियंस एक रन से जीत गई। कोच राहुल के अनुसार, आरव के पिता जम्मू के कारोबारी हैं। इनकी मां हाउस वाइफ हैं। आरव को बचपन से क्रिकेट का शौक था। इसलिए पिता ने क्रिकेट में ही उनका भविष्य देखा जो अब धीरे धीरे साकार होता नजर आ रहा है। आरव ने 2022-23 में भी उत्तराखंड के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया। कूच बिहार ट्रॉफी में और वीनू मांकड़ ट्रॉफी में शतक लगाए।