बैंक का लोन माफ कराने के लिए पत्नी की करवा दी हत्या, पति समेत दोस्त गिरफ्तार 

केस का खुलासा करते हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल

हरिद्वार: रुपयों के लालच और अवैध संबंधों के चलते इंसान अंधा हो जाता है। हरिद्वार के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। आरोपी व्यक्ति ने बैंक से लिया 44 लाख का कर्जा माफ करवाने के लिए अपनी पत्नी की हत्या करवा दी। पुलिस ने पति और उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

रुड़की की कोतवाली सिविल लाइंस में केस का खुलासा करते हुए हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि सात फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के थाना रामराज अंतर्गत ग्राम जलालपुर नीला निवासी सुशील ने मंगलौर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसकी बेटी मनीषा की शादी पांच साल पहले मेरठ के थाना हस्तिनापुर अंतर्गत ग्राम झडाका निवासी अतेंद्र के साथ हुई थी। दोनों के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। 3 साल पहले अतेंद्र ने हरिद्वार में मकान बना लिया था और वहीं पर अकेला रहता था जबकि उसकी पत्नी मनीषा अपनी ससुराल में रहती थी। अतेंद्र बहुत कम ही अपने घर पर आता था। आरोप है कि घर जाकर अक्सर मनीषा के साथ गाली गलौज कर उसे पीटता था। अतेंद्र के हरिद्वार में एक साल से लड़की के साथ भी अवैध संबंध बताएं जा रहे हैं। 7 फरवरी को अतेंद्र का दोस्त अजय प्रकाश उसको बाइक पर गांव से लेकर आ रहा था। उन्होंने उसकी गंगनहर में डूबोकर हत्या कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुरू से ही पति अतेन्द्र एवं उसका दोस्त अजय प्रकाश उर्फ रवि पुलिस की रडार पर था। सख्ती से पूछताछ की गई तो अजेन्द्र ने बताया कि उसने पत्नी मनीषा के नाम पर बैंक से ऋण लेकर ज्वालापुर में आटा चक्की लगाई। पत्नी के नाम 44 लाख का कर्ज था। इस दौरान उसके अवैध संबंध बैंक में काम करने वाली एक महिला से हो गए। इस बात की जानकारी मनीषा को मिली तो उसने विरोध किया। जिस पर आरोपी ने मनीषा को ठिकाने लगाने की सोची। उसे जानकारी मिली कि यदि मनीषा की मौत हो जाती है तो 44 लाख का कर्ज भी माफ हो जाएगा। इसके बाद उसने सात फरवरी को मनीषा को कोल्ड ड्रिक्स में शराब पिलाकर उसको गंगनहर में धक्का दे दिया। एसएसपी ने बताया कि मनीषा का शव गंगनहर में ढूढा जा रहा है। हत्या में शामिल कार, बाइक बरामद कर लिया गया है।

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