“गला सच का दबाया जा रहा है, सियासत से भरोसा जा रहा है”


देहरादूनः साहित्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रही बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति की ओर से रविवार को इंदर रोड स्थित तस्मिया अकादमी में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी, मुख्य अतिथि शहर के प्रमुख समाजसेवी डाॅ. एस. फारूख , संस्था के संरक्षक पंकज शर्मा, राष्ट्रीय सचिव मातृका बहुगुणा, संस्था के मीडिया प्रभारी संजय परगाँई, दर्द गढ़वाली व बुलंदी टीम ने संयुक्त रूप से किया l
चमोली से ममता नेगी, अनीशा रावत, पौड़ी गढ़वाल से प्रियंका बिष्ट, अंशी कमल, देहरादून से मनीषा भंडारी, आदित्य बहुगुणा, विनय, दर्द गढ़वाली, ममता थपलियाल जोशी, शिवम बानगी, कविता, अजय आदि ने काव्य पाठ किया।

लक्ष्मी प्रसाद बडोनी (दर्द गढ़वाली)।
दर्द गढ़वाली (लक्ष्मी प्रसाद बडोनी) ने
“गला सच का दबाया जा रहा है।
सियासत से भरोसा जा रहा है।।
दुहाई न्याय की दी जा रही है।
कहानी को घुमाया जा रहा है” पंक्तियां सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
कवि लक्ष्मी प्रसाद बडोनी (दर्द गढ़वाली)

नैनीताल के कवि संजय परगाँई ने
“मैं प्यार पढ़ने प्यार के शहर तक भी आया सनम” पंक्तियां फुलाई।

दिल्ली से आए पंकज शर्मा ने कहा
“जिंदगी के इस प्रहर में हैं सभी सामान प्यारे
बस तुम्हारी ही कमी है आ चुके मेहमान सारे”।
चमोली की ममता नेगी ने कहा कि ” बेटी हूं कमजोर नहीं मैं किसी परिचय मोहताज नहीं मैं”।

चमोली की सुरभि ने कहा
“मैं सुरभि हूं अपने कर्म को दर्पण बनाऊंगी”।

संस्था के संस्थापक विवेक बादल ने कहा कि बुलंदी संस्था ने इससे पहले नवंबर माह में उत्तराखंड का सबसे बड़ा धरातलीय कार्यक्रम उत्तराखंड काव्य महोत्सव रुद्रपुर शहर मे आयोजित करवाया था, जिसमे देश भर से आये 300 कलमकारों ने काव्य पाठ किया था | बुलंदी संस्था ने वर्ष 2021 एवं 2022 में 207 घण्टे और 400 घण्टे अनवरत वर्च्युअल कवि सम्मेलन आयोजित करवा के दो बार विश्व रिकोर्ड बना चुकी है, जिसे इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज़ किया गया है l बुलंदी संस्था उत्तराखंड के बाज़पुर से संचालित होती हैं, जिसका उद्देश्य सभी नवोदित कलमकारो को मंच प्रदान करना हैं, जिसके लिए संस्था निरंतर नि:स्वार्थ भाव से कार्य कर रही है|

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