देहरादून : भाजपा ने स्टिंग प्रकरण में सीबीआई जांच को लेकर कांग्रेस की आपत्तियों पर हैरानी जताते हुए कहा कि सीबीआई जांच को लेकर उसका दोहरा मापदंड सवालों के घेरे मे शुरू से रहा है, क्योंकि सीबीआई की जांच प्रक्रिया का स्वागत और उत्पीड़न की आवाज उसके भीतर से ही बाहर आ रही है तो कुछ मामलों मे इसी एजेंसी से जाँच की मांग भी की जा रही है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि संवैधानिक जांच ऐजेंसियों को लेकर कांग्रेस अपनी सुविधा के अनुसार दोहरा मापदंड अपनाती रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष माहरा स्टिंग प्रकरण को लेकर सीबीआई के सम्मन को उत्पीड़न बता रहे हैं तो चंद रोज़ पहले आरोपी पूर्व सीएम हरीश रावत सम्मन का स्वागत करते हुए जनसहानुभूति बटोरने का प्रयास कर रहे थे। अब दोनो के विरोधाभासी बयानों से तो यही स्पष्ट होता है कि या तो उनके आपस में संवादहीनता के चलते भ्रम बना हुआ है या फिर षड्यंत्र के तहत दोनों जनता को भ्रमित करना चाहते हैं।
चौहान ने तंज कसते हुए कहा, आज अपनी बारी में सीबीआई की विश्वसनीयता पर जो लोग सवाल उठा रहे हैं, वही अंकिता समेत अन्य सभी दुखद प्रकरणों में सीबीआई जांच की मांग कर रहें थे । उन्होंने कहा कि इस तरह की दोहरी नीति नही चलने वाली है, क्योंकि देवभूमि की जनता पहले भी उसकी इस नीति को भली भांति परख चुकी है और अब या सब देख समझ रही हैं । उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि कानून के दायरे मे जाँच एजेंसियां अपना कार्य कर रही है और जाँच एजेंसियों के कार्यों पर सवाल के बजाय सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिसका स्टिंग हुआ और स्टिंग के सूत्रधार उन्ही के दल से है, इसलिए दूसरों को दोषारोपित करना ठीक नही। स्टिंग भी कांग्रेस का अंदरुनी मामला है, लेकिन लूट की छूट जैसे कार्य से प्रदेश को बड़ा नुकसान हुआ। भाजपा भी यही चाहती है कि प्रदेश को लूटने और भ्रष्टाचार के दोषियों को सजा मिले और उसकी भावना जनता के साथ है।