देहरादून : पूर्व नेशनल कोच विरेन्द्र सिंह रावत ने राज्य में फुटबाल खेल के विकास के लिए अक्टूबर में फिर से अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है। उन्होंने राज्य में पिछड़ रहे इस खेल के विकास को फुटबाल संघ को भी जिम्मेदार बताया है। रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि देहरादून जिला फुटबाल एसोसिएशन की दो दो एसोसिएशन की आपसी रंजिश और पद का लालच कई वर्षो से खिलाडी, कोच और रेफरी का उचित विकास ना होना और स्टेट एसोसिएशन की अपनी मनमानी की कोई सुध लेने को तैयार नही है। ना देहरादून के ना उत्तराखंड के पूर्व नेशनल, इंटरनेशनल खिलाडी, कोच और रेफरी कुछ भी नही बोलते कि राज्य खेल मे उचित काम हो, उत्तराखंड का जो इतिहास था जिसका नाम भारत वर्ष मे लिया जाता था। कई वर्षो से गर्त में क्यों गया। देहरादून मे 40 से 45 क्लब है, लेकिन एक नहीं हो पा रहे हैं।
उत्तराखंड के पूर्व नेशनल खिलाडी और कोच, रेफरी विरेन्द्र सिंह रावत ने सरकार को जगाने और एसोसिएशन मे एकता कराने के लिए समय समय पर कई बार अनशन और धरना प्रदर्शन किया। पत्राचार किया, मीटिंग की लेकिन ना सरकार जागी, ना स्टेट एसोसिएशन जागी ना जिला फुटबाल एसोसिएशन के पदाधिकारी।
रावत ने कहा है कि अगर देहरादून जिला फुटबाल एसोसिएशन एक नही हुए और स्टेट एसोसिएशन ने सुध नही ली और सिस्टम नही सुधरा तो अक्टूबर माह मे वह अनशन करेंगे।
राज्य खेल फुटबाल का उचित विकास जरूरी है।