सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों 05 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा
देहरादून। अहल-ए-सुख़न देहरादून और आसपास के सभी युवा कवि, कवयित्री, शायरों को प्लेटफॉर्म प्रदान करने के साथ शायरी की बारीकियाँ सिखाने के लिए पिछले डेढ़ साल से कार्य कर रहा है।
अहल-ए-सुख़न के संस्थापक राज कुमार ‘राज’ (जाने-माने युवा शायर) ने उत्तराखण्ड के उभरते हुए लेखकों, कवियों, शायरों और साहित्यकारों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए ‘अहल-ए-सुख़न’ की शुरुआत की है। ‘अहल-ए-सुख़न’ ने अपने डेढ़ साल के सफ़र में 09 युवा कवि सम्मेलन और 02 बड़े कवि सम्मेलन-मुशायरे आयोजित किए हैं।
अपने सफ़र को आगे बढ़ाते हुए 16 फ़रवरी 2025 को अहल-ए-सुख़न अपना 10 वाँ युवा कवि-सम्मेलन आयोजित कर रहा है, जिसमें 05 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा एवं सभी युवा साथियों को उनके लेखन के लिए प्रोत्साहित व सम्मानित किया जाएगा।
अहल-ए-सुख़न के इस कार्यक्रम में 25 युवा क़लमकार प्रदर्शन करेंगे साथ ही अहल-ए-सुख़न के संस्थापक राज कुमार ‘राज’, सह-संस्थापक गौरव ‘सारथी’, वरिष्ठ शाइर इम्तियाज़ अकबराबादी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देंगे व युवा साथियों को प्रोत्साहित करेंगे।
अहल-ए-सुख़न टीम के बाक़ी सदस्य अविरल, हरेन्द्र ‘माँझा’, अनहद व अमन भी इस प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहेंगे.