———————————— देहरादून : उत्तराखंड में मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य सेन फ्रांस के पेरिस में दिनांक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक अयोजित होने वाले खेलों के सबसे बड़े आयोजन ओलंपिक के लिए बैडमिंटन खेल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है। उनके ओलंपिक खेलों हेतु क्वालीफाई करने से अल्मोड़ा बैडमिंटन सहित पूरे उत्तराखंड के बैडमिंटन संघ पदाधिकारीयों और खिलाड़ियों में खुशी की लहर फैल गई है। 16 अगस्त 2001 को अल्मोड़ा के तिलकपुर वार्ड में जन्मे लक्ष्य को बैडमिंटन खेल विरासत के रुप में मिला है, उनके दादा स्वर्गीय सी एल सेन को अल्मोड़ा के बैडमिंटन का जनक के तौर पर जाना जाता है, और उनके पिताजी डी के सेन एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन कोच हैं। उनके बड़े भाई चिराग सेन भी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और इसी साल नेशनल चैंपियन रहे हैं।लक्ष्य सेन के पिताजी स्थानीय हेमवती नन्दन बहुगुणा स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण के बैडमिंटन कोच के पद पर कार्यरत रहे थे और माता जी बीर शिवा स्कूल में अध्यापिका थी। जिस कारण लक्ष्य के पिताजी लक्ष्य सेन को अपने साथ ही स्टेडियम ले जाया करते थे, और 6 वर्ष की उम्र में ही खेल खेल में उन्होंने बैडमिंटन का रैकेट पकड़ लिया था और उसकी रुचि को देखते हुए पिता ने उसे कोर्ट में खिलाना सुरु कर दिया। वर्ष 2010 में चण्डीगढ़ में अंडर 10 के राष्ट्रीय टूर्नामेंट में आल इंग्लैंड चैंपियन और बैडमिंटन के लीजेंड प्रकाश पादुकोण ने उसको खेलते हुए देखा तो उन्होंने उसके पिता से उन्हें अपनी एकेडमी बंगलोर में प्रशिक्षण हेतु भेजने को कहा और वे तब से आज तक प्रकाश पादुकोण एकेडमी बंगलोर में ही प्रशिक्षण ले रहे हैं। लक्ष्य सेन ने सबसे पहले गुंटूर (आंध्र प्रदेश) में अयोजित अंडर 10 नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा के प्रर्दशन को देश के सामने दिखा दिया था, और फिर लिनिंग इंटरनेशनल यूथ चैंपियनशीप सिंगापुर में अंडर 11 में स्वर्ण पदक विजेता बनकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन दिखाना शुरू कर दिया था। तब से लगातार वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा बिखेर रहे हैं और अभी तक कई महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पदक अपने नाम किए हैं। जिसमें प्रमुख निम्न हैं 2016-जूनियर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप, बैंकाक – कांस्य पदक 2018- एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप, जकार्ता – स्वर्ण पदक यूथ ओलम्पिक व्यूनस आयर्स -रजत पदक विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप मरखम कनाडा – कांस्य पदक 2019 में 5 अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक,1 रजत पदक 2020 में एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप मनीला फिलीपींस में – कांस्य पदक 2021 में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप हुलेवा में – कांस्य पदक। आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप वरमिंघम में – कांस्य पदक 2022 में थामस कप बैंकाक में स्वर्ण पदक राष्ट्रमंडल खेल वरमिंघम इंग्लैंड में – स्वर्ण पदक टीम इवेंट में -रजत पदक एशियन खेल हांगजो में – कांस्य पदक आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक। 2023 में कनाडा ओपन में – स्वर्ण पदक एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप दुबई में – कांस्य पदक फ्रैंच ओपन में – कांस्य पदक आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप वरमिंघम में – कांस्य पदक, मुख्य हैं। उन्हें 2022 में राष्ट्रपति द्वारा प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार अर्जुन अवार्ड से तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा 2023 में उत्तराखंड खेल रत्न से भी नवाजा गया है।वह 2016 में विश्व जूनियर नंबर 1 ,रह चुके हैं और सीनियर में अपनी श्रेष्ठ रैंकिंग नंबर 6तक पहुंचे और और वर्तमान में विश्व नंबर 13 रैंकिंग पर काबिज हैं। सभी को उनसे आशा है कि जिस प्रकार से उन्होंने जूनियर वर्ग के यूथ ओलम्पिक में भारत को पदक दिलाया था उसी तरह से अब भी देशको इस ओलम्पिक में पदक अवश्य दिलाएंगे। उनके ओलम्पिक हेतु क्वालीफाई होने पर उनके मेंटर प्रकाश पादुकोण,कोच विमल कुमार, पिता डी के सेन, माता निर्मला धीरेन्द्र सेन, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल सचिव अमित सिन्हा, बैडमिंटन संघ उत्तराखंड के चीफ पैटर्न अशोक कुमार (पूर्व पुलिस महानिदेशक), अध्यक्षा डाक्टर अलकनंदा अशोक, सचिव बी एस मनकोटी, कोषाध्यक्ष राम अवतार, जिला अधिकारी विनीत तोमर, विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, निर्वतमान पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, बैडमिंटन संघ अल्मोड़ा अध्यक्ष प्रशांत जोशी उपाध्यक्ष गोकुल मेहता राकेश जायसवाल सचिव डॉ संतोष बिष्ट नंदन रावत अमरनाथ सिंह सुरेश कर्नाटक जगमोहन फर्त्याल संजय नजजौन विजय प्रताप सिंह, अधिवक्ता शेखर लखचौरा, व्यवसायी संजीव अग्रवाल ,कमल गुप्ता,दीपक वर्मा, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी चिराग सेन, ध्रुव रावत, अदिति भट्ट, शिवम् मेहता, स्नेहा रजवार, अक्षिता भंडारी,वोधित जोशी, चयनित जोशी आदि खिलाड़ियों, खेल प्रेमियों और बैडमिंटन परिवार अल्मोड़ा के सभी सदस्यों ने खुशी जताई है।