देहरादून। उत्तराखंड में एक सप्ताह के अन्दर जंगली जानवरों ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। तीनों घटनाओं में गुलदार के हमले की बात बताई जा रही है। पहले रुद्रप्रयाग के जखोली, फिर देहरादून और अब नैनीताल के हल्द्वानी बल्यूटी ग्राम सभा के मोरा तोक में गुलदार घर में सो रही वृद्ध महिला को उठाकर ले गया। मनोरा रेंज के मोरा तोक की करीब 71 साल की पुष्पा देवी शनिवार (31 मई 2025) को घर में सोई थी। पहली मंजिल पर उनका परिवार सोया था। जबकि, पुष्पा ने गर्मी के चलते दरवाजा खुला छोड़ा था। रात को गुलदार कमरे में घुसकर पुष्पा को उठा ले गया। चिल्लाने की आवाज सुनकर परिवार और पड़ोस में रह रहे लोग जाग गए। सभी बाहर आए और शोर मचाना शुरू किया। इस पर गुलदार पुष्पा को घर से कुछ दूर खेत में छोड़कर भाग गया। जहां लोगों को वह घायल अवस्था में मिलीं। उनका काफी खून बह गया था। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मनोरा रेंज के रेंजर मुकुल शर्मा ने के अनुसार, हमलावार जानवर प्रथम दृष्टया गुलदार लग रहा है। सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है। गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया गया है। वहीं, कुछ दिन पहले देहरादून जिले में हरिद्वार जिले के रहने वाले 36 साल के राजू को जंगल में जंगली जानवर ने अपना निवाला बना लिया। उसकी मां की कुछ दिन पहले ही मौत हुई थी। वह अपने भाई के साथ 30 मई को सुबह जंगल में पत्ते तोड़ने गया था।
राजू का छोटा भाई किसी तरह जान बचाकर भाग गया था। विकासखंड रुद्रप्रयाग जिले के जखोली में इसी सप्ताह गुलदार ने जयंती गांव में 59 वर्षीय महिला रूप देवी को अपना निवाला बनाया। शाम 06 बजे के करीब जयंती गांव में रूपा देवी अपने घर से कुछ ही दूरी पर खेत में काम कर रही थी। तभी घात लगाए बैठे गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। विकासखंड जखोली में पूर्व में भी गुलदार ने देवल गांव की एक महिला को अपना निवाला बनाया था। इसके अलावा गुलदार चार अन्य महिलाओं पर भी हमला कर चुका है।