देहरादून : हेमकुंड साहिब व लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुल गए हैं। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आ रहा है। पंज प्यारों के नेतृत्व में शनिवार सुबह घांघरिया से यात्रा हेमकुंड पहुंची। इस दौरान श्रद्धालुओं ने हेमकुंड स्थित सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई और गुरुद्वारा में माथा टेका तथा लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में पूजा-अर्चना की।
अटलाकोटी से हेमकुंड तक पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों की देखरेख में श्रद्धालु आवाजाही कर रहे हैं। यहां रास्ते में काफी बर्फ जमी है। हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर करीब 1900 यात्री यात्रा में शामिल हुए । हेमकुंड क्षेत्र में आठ फीट से अधिक बर्फ जमी होने के कारण फिलहाल बुजुर्ग व बच्चों को यात्रा की अनुमति नहीं है।
*लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलें*
लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट शनिवार सुबह 10 बजे खोल दिए गए। मंदिर के पुजारी खुशाल सिंह चौहान की अगुआई में घांघरिया से भ्यूंडार पुलना के ग्रामीणों ने कपाट खुलने की परंपरा निभाई। मान्यता के मुताबिक, यह मंदिर ठीक उसी जगह पर है, जहां भगवान लक्ष्मण जी ने रावण के बेटे मेघनाद को मारने के बाद अपनी शक्ति वापस पाने के लिए तप किया था। हेमकुंड साहिब आने वाले यात्री जितना उत्सुक हेमकुंड दर्शन के लिए रहते हैं उतना ही लक्ष्मण मंदिर जाने के लिए भी बेताब रहते हैं।