देहरादून : इन दिनों अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम भारत दौरे पर है। पहला टी 20 मैच भारत शिवम दुबे के हरफनमौला प्रदर्शन से 6 विकेट से जीत चुका है। मैच की सबसे बड़ी हाइलाइट ये रही कि इस मैच में रोहित बिना खाता खोले रन आउट हो गए। क्रिकेट में आउट होना बड़ी बात नहीं है, यह सब चलता रहता है। जिस दिन खिलाड़ी का दिन होता है वो बड़ी पारी खेलता है और जब समय खराब होता है तो वह जीरो रन पर आउट हो जाता है। लेकिन रोहित शर्मा के रन आउट होने पर क्रिकेट के गलियारों में खूब चर्चाओं का दौर बना हुआ है। इसमें ज्यादातर क्रिकेट प्रशंसक और विशेषज्ञ दूसरे छोर पर खड़े शुभमन गिल को दोषी ठहरा रहे हैं। क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि रोहित के नॉन स्ट्राइक एंड पर पहुंचने पर गिल को भाग जाना चाहिए था। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बॉल को पकड़ने के दौरान फील्डर हड़बड़ाहट में कुछ सेकेंड के लिए थोड़ा मिस फील्ड भी करता है। शायद उसके थ्रो करने से पहले गिल बैटिंग एंड पर पहुंच जाता। दूसरी बात ये है कि रोहित टीम में न सिर्फ कप्तान है, बल्कि सीनियर खिलाड़ी भी है। इसको देखते हुए गिल को भाग जाना चाहिए था। अगर टीम हारती तो गिल मैच का विलेन बन जाता। सभी उसको कोसते। इसमें कोई शक नहीं है कि गिल के अंदर कितनी क्षमता है, लेकिन रोहित कई मायने में उससे ज्यादा अनुभवी है। तीसरी बात इस पूरे प्रकरण में रोहित ने शॉर्ट मारा, लेकिन गिल लास्ट तक बॉल को ही देखता रहा। क्या गिल ने एक बार भी रोहित की तरफ नहीं देखा कि वह रन के लिए कॉल कर रहा है या नहीं। जब रोहित दूसरे छोर पर पहुंच गया, तब भी उसने कोई हरकत नहीं की। ऐसा लगा मानो गिल के पांव जम गए हों। खैर गलतियां सबसे होती हैं। गिल को इसका जबाव बड़ी पारी से देना चाहिए था। शायद अगले मैच में मौका मिले और गिल बड़ी पारी खेलकर इन सभी बातों को विराम दे सके। मौका मिलना मुश्किल भी लग रहा है। क्योंकि दूसरे सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल पहले मैच में इंजर्ड थे और अगर वह दूसरे मैच के लिए फिट होते हैं तो रोहित की पहली पसंद जायसवाल ही होंगे। क्योंकि जायसवाल टी 20 में गिल से बेहतर स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हैं। जरूरत पड़ने पर स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। वहीं, तिलक या जीतेश को बैठकर संजू सैमसन को मौका दिया जा सकता है।