देहरादून : कभी-कभी किसी के एक झूठ के कारण प्रशासन की भी खूब फजीयत होती है। कुछ दिनों पहले हल्द्वानी स्थित सम्प्रेषण गृह में रह रही किशोरी ने विभागीय अधिकारियों पर अपने साथ दुष्कर्म की जानकारी दी थी, इसके बाद मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय स्तर पर एक जांच कमेटी का गठन करते हुए सम्प्रेषण गृह में कार्यरत अनुसेवक और होमगार्ड को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया था। साथ ही मामले की पुलिस भी जांच कर रही थी। अब जांच में मामला फर्जी पाया गया।
विभागीय मंत्री रेखा आर्या के अनुसार, मामले की महिला कल्याण विभाग व पुलिस विभाग के द्वारा जांच की गई जिसमे किशोरी के साथ दुष्कर्म की बात झूठी निकली। संप्रेषण गृह में रह रही किशोरी घर जाना चाहती थी जिसके लिए उसने दुष्कर्म की झूठी कहानी रची थी। किशोरी की मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। वहीं, महिला कल्याण विभाग ने संप्रेक्षण गृह की महिला कर्मचारी दीपा और गंगा को निर्दोष पाते हुए दोनों की नियुक्ति बहाल कर दी है।