देहरादून : उत्तराखंड में मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली जयंती थपलियाल का चयन 15 अप्रैल को होने जा रही बोस्टन मैराथन के लिए हुआ है। यह मैराथन बैंक ऑफ अमेरिका करवाएगा। बोस्टन एथलेटिक एसोसिएशन ने 1897 से हर साल इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। विश्व के शौकिया और पेशेवर धावक हर साल बोस्टन मैराथन में प्रतिस्पर्धा करते हैं।
जयंती का जीवन परिचय
जयंती का जन्म 1978 में हुआ था। उनके पिता दिल्ली में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे। वह सात वर्ष की उम्र में वह परिवार के साथ दिल्ली आ गई थी। जयंती अपने तीन भाई बहन में से एक है। पिता की सेलरी इतनी नहीं थी कि वह अच्छे स्टेडियम एवं कोच की फीस भर पाए । इसलिए जयंती पैसे के आभाव में दिल्ली से बाहर किसी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाती थी। लेकिन बचपन से ही जयंती स्कूल की प्रतियोगिताओं में भाग लेती और जीत भी जाती थी। जयंती के भाई ही उनके मेरे प्रेरणा स्त्रोत रहे है। जयंती और उनके पति दोनों नौकरी करते है। उनका एक बेटा भी है।
12 वर्ष की उम्र में की खेल की शुरुआत
जयंती ने 12 वर्ष की उम्र में ही त्यागराज स्टेडियम जाना शुरू किया। और 1993 में राष्ट्रीय स्कूल खेलों में हिस्सा लिया। 1994 में जूनियर नेशनल कैम्प का हिस्सा रही। 1996 में सीनियर इंटर स्टेट में पी. टी. ऊषा, बीनामौल जैसी अंतर्राष्ट्रीय दिग्गजों के साथ खेलने का मौका मिला। 1999 में स्पोर्ट्स कोटे से इस विभाग को जॉइन किया।
जयंती की उपलब्धियां
जयंती छह बार एडीएचएम स्वर्ण पदक विजेता है। वेदान्ता हॉफ मैराथन (जिसे पहले हच,डाल्फिन और एयरटेल के नाम से जाना जाता था) में जंयती ने अपनी एज कैटेगरी में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
जयंती की संघर्ष की यात्रा
1995 में जूनियर एशियन के ट्रायल की तैयारी करते हुए जयंती के पांव में कॉर्न हो गया था जिसका ऑपरेशन हुआ। और उन्हें काफी समय तक ट्रायल से दूर रहना पड़ा। 2017 में चाइना एशियन मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए नहीं जा पाई। इलाज करवाया और फिर मैदान मे उतरी तथा एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन मे बेहतर टाइमिंग के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया ।