देहरादून: उत्तराखंड में माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें न तो कानून का डर है और न ही सरकार का। राजधानी देहरादून के पॉश इलाके इंदिरानगर क्षेत्र (बसंत विहार) में एक माफिया ने तो खनन निदेशक को ही बंधक बना लिया और 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इतना ही नहीं उसने निदेशक को जबरन शराब पिलाने का प्रयास किया और जब उन्होंने नहीं पी तो माफिया ने उनसे बदसलूखी की। निदेशक के चालक ने उन्हें छुड़ाया। कैंट कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस को दी तहरीर में निदेशक खनन एलएल पैट्रिक निवासी इंद्रानगर वसंत विहार ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उनकी मुलाकात ओम प्रकाश तिवारी नाम के व्यक्ति से हुई थी। आरोपी ने कहा कि वह सचिवालय में कुछ अधिकारी उसके करीबी हैं। आरोपी ने खनन कार्यों से संबंधित पट्टों एवं क्रशर का काम करना चाहता है। इसलिए उसने जानकारी के लिए मुलाकात के लिए नौ अप्रैल को समय मांगा।
आरोपी नौ अप्रैल को खनन निदेशक के घर के बाहर पहुंचा और फोन कर उन्हें बाहर बुलाया। इसी दौरान उसने निदेशक को अपनी कार में बैठाकर बल्लुपुर चौक स्थित एक गेस्ट हाउस में ले गया। हालांकि, खनन निदेशक ने अपने सरकारी वाहन चालक को पीछे-पीछे आने को कहा। गेस्ट हाउस पहुंचने पर आरोपी ने उन्हें जबरदस्ती शराब पिलाने की कोशिश की। जब उन्होंने शराब पीने से मना किया तो आरोपी ने उनसे बदसलूखी की। साथ ही बंधक बना लिया और उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इसके कुछ देर बाद गेस्ट हाउस की कुंडी लगाकर चला गया। निदेशक ने अपने चालक को फोन किया तो वह दीवार फांदकर वहां आया और कमरे की कुंडी खोलकर निदेशक को छुड़ाया। बताया जा रहा कि आरोपी के साथ वहां और भी लोग थे। कैंट कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद्र ने बताया कि आरोपी ओम प्रकाश तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई है।