देहरादून: सब रजिस्ट्रार कार्यालय में हुए फर्जीवाड़े में पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने देहरादून के एक अधिवक्ता को गिरफ्तार किया है। शहर कोतवाल राकेश गुसाईं ने बताया कि बीती शनिवार रात को अधिवक्ता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, आरोप पुष्ट होने और पुख्ता साक्ष्य हाथ लगने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है कि इस अधिवक्ता ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी फरार चल रहे कुंवरपाल सिंह के साथ मिलकर देहरादून में खाली पड़ी विवादित जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर दूसरों को बेच दी। कुछ दिन पहले पुलिस ने अधिवक्ता के साथ पूर्व में काम करने वाले रोहताश को गिरफ्तार किया था। इसी के जरिए पुलिस ने अधिवक्ता के खिलाफ मजबूत साक्ष्य जुटाए। आरोप है कि जब कुंवरपाल अधिवक्ता के देहरादून स्थित चैंबर में आता था तो फर्जी रजिस्ट्रियों का काम रोहताश करता था। वर्ष 2020 में उसने अधिवक्ता के यहां काम छोड़ दिया था। इस मामले में सहायक महानिरीक्षक निबंधन संदीप श्रीवास्तव ने रजिस्ट्री कार्यालय प्रथम व द्वितीय में विभिन्न भूमि विक्रय विलेख से संबंधित धारित जिल्दाें आदि दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर अभिलेखों की कूटरचना के संबंध में शिकायत शहर कोतवाली में दी थी। मामले की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया और इस टीम का हेड आइपीएस सर्वेश कुमार को बनाया। टीम ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय से रिकार्ड लेते हुए रजिस्ट्रियों समेत अन्य दस्तावेजों का मिलान किया और अपनी जांच आगे बढ़ाई। जिसमें फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। इस प्रकरण में एसआइटी अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें सब रजिस्ट्रार कार्यालय के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं।