देहरादून: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज आज हो गया है। सरकार यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। इस बार तीर्थयात्रियो को यात्रा मार्ग पर पहले से बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। बीते शनिवार को स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने केदारनाथ धाम का दौरा किया। उन्होंने मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर इस बार सरकार का विशेष फोकस है। यहां हर किलोमीटर पर मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाई गयी है। चारों धाम में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने केलिए 130 डाक्टरों की तैनाती की गयी है। इसमें डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आक्सीजन सिलेंडर और दवाएं उपलब्ध होंगी। इस बार यहां प्वाइंट आफ केयर टेस्टिंग डिवाइस होगा। इस डिवाइस से 28 तरह के रोगों की टेस्टिंग होगी।
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, चारधाम यात्रा के लिए एसओपी जारी कर दी गयी है। इसमें यात्रियों को सुझाव दिया है कि वह यात्रा के दौरान अपने शरीर को पहाड़ के मौसम के अनुकूल बना लें। यदि कठिनाई आ रही है तो कुछ समय आराम करें और इसके बाद ही यात्रा करें। सरकार यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करती है। लेकिन साथ ही यह अपील भी है कि 55 साल से अधिक आयु वर्ग के श्रद्धालु यदि किसी बीमारी मसलन शूगर, बीपी, हृदयरोग आदि से ग्रसित हैं तो उसका उल्लेख कर दें। उन्होंने कहा कि 104 के माध्यम से ऐसे श्रद्धालुओं की निगरानी की जाएगी।
स्वास्थ्य सचिव के अनुसार इस बार यात्रा मार्ग पर ऐसे डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गयी है जो कि हृदय संबंधी रोगों के उपचार और निदान में पारंगत हों। यात्रा मार्गों पर मौजूद अस्पतालों में डाक्टर, स्टाफ, आक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा मार्ग पर स्वास्थ्य एटीएम भी लगाए गये हैं। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के इंतजाम किए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। इस बार किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।