slot 1000 togel online slot toto toto slot mahjong ways agen gacor toto slot gacor agen gacor situs toto Sv388 slot pulsa agen slot apo388 sv388 slot toto
यमुनोत्री धाम तक पहुंचने को नहीं चढ़नी होगी पांच किमी की खड़ी चढ़ाई, खरसाली से यमुनोत्री तक रोपवे बनाने के लिए हुआ अनुबंध - मोनाल एक्सप्रेस

यमुनोत्री धाम तक पहुंचने को नहीं चढ़नी होगी पांच किमी की खड़ी चढ़ाई, खरसाली से यमुनोत्री तक रोपवे बनाने के लिए हुआ अनुबंध

देहरादून : प्रदेश सरकार ने जानकीचट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री धाम तक रोपवे बनाने लिए अनुबंध कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में गुरुवार को पर्यटन विभाग व निर्माण कंपनी एसआरएम इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। ऐसे में रोपवे बनने के बाद विशेष रूप से बुजुर्ग और बीमार यात्रियों को यमुनोत्री धाम पहुंचने को पांच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। आपको बता दें कि 3.38 किलोमीटर लंबाई का यह रोपवे मोनो-केबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा। इसका निर्माण यूरोपीय मानको के अनुसार फ्रांस और स्विट्जरलैंड की तर्ज पर किया जायेगा। इस रोपवे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 पर्यटकों को ले जाने की होगी। रोपवे के एक कोच की क्षमता आठ यात्रियों की है। इस प्रोजेक्ट को पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर निर्मित किया जाना है।

CM Dhami

 यमुनोत्री को रोपवे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्त्रां आदि का निर्माण प्रस्तावित है। 166.82 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोपवे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टयेर भूमि पर बनाया जाएगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा “इस बहु प्रतीक्षित परियोजना के पूरा होने से विश्व प्रसिद्ध चार धामों में प्रमुख यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा। इस रोपवे परियोजना से श्रद्धालुओं को विशेष लाभ मिलेगा जिन्हें अब यमुनोत्री धाम पहुँचने के लिए साढ़े पाँच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। इसमें 2 से 3 घंटे का समय लग जाता था। इस रोपवे परियोजना से अब अधिक से अधिक श्रद्धालु मात्र 15 से 20 मिनट के भीतर माँ यमुनोत्री देवी के दर्शन एवं आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ ही प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक एवं दर्शनीय हिमालय की अलौकिक पर्वत शृंखलाओं के सौंदर्य से भरे यात्रा का आनंद उठा पाएँगे”।

उन्होंने कहा, “इस रोपवे परियोजना के पूरे होने से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी अपितु रोजगार सृजन होने के साथ क्षेत्र का सामाजिक व आर्थिक विकास भी होगा।

 

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, “खरसाली से यमुनोत्री धाम तक का यह रोपवे माँ यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने व उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाओं में एक और नये अध्याय का काम करेगा। इस रोपवे परियोजना के माध्यम से श्रद्धालुओं के अलावा आम पर्यटक को भी राज्य के अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य को करीब से देख आनंद का अनुभव कर पाएँगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *