अल्मोड़ा में संपन्न हुई अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक
देहरादून : अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक इंटरमीडिएट कॉलेज अल्मोड़ा में सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुआत मां सरस्वती के सम्मुख दीप जलाकर किया गया। बैठक की शुरुआत अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष हीरा सिंह मेहरा ने सभी के स्वागत भाषण से किया। इसके बाद जिला कार्यकारिणी द्वारा सभी उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत बैच अलंकरण से किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष अल्मोड़ा ने एक मां पत्र भी पढ़कर सुनाया और प्रान्तीय संगठन को सौंपा।
बैठक अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष सजंय बिजल्वाण ने कहा कि अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों की समस्याओं को सरकार लगातार अनदेखी कर रही है। अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण, मानदेय प्राप्त शिक्षकों की तदर्थ नियुक्ति एवं तदर्थ की सेवाओं को जोड़कर चयन, प्रोन्नत वेतनमान एवं पुरानी पेंशन आदि लाभ के लिए संगठन लगातार मांग कर रहा है, लेकिन सरकार की तरफ से इस पर अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की जा रही है। संघ के प्रांतीय महामंत्री महादेव मैठाणी ने कहा कि उक्त मांगों के अलावा अशासकीय जूनियर हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षक कमर्चारियों की अनुमोदित वित्त विहीन सेवाओं का लाभ चयन, प्रोन्नत एवं पुरानी पेंशन में दिए जाने, वर्ष 2014 के बाद नियुक्त शिक्षक कर्मचारियों को राजकीय की भांति सामूहिक बीमा योजना का लाभ प्रदान किए जाने, डाउन ग्रेड प्रधानाचार्यों को ढाई वर्ष में प्रधानाचार्य का स्केल दिए जाने आदि अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों एवं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को राजकीय की भांति सभी लाभ प्रदान करने की मां की।
बैठक में वक्ताओं ने अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों एवं अध्ययनरत छात्र छात्राओं के प्रति प्रदेश सरकार एवं विभाग के नकारात्मक एवं भेदभावपूर्ण रवैये की कड़ी निंदा की। साथ ही मांग की गई के अविलंब अशासकीय विद्यालयों में शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए, अशासकीय विद्यालयों को भी समग्र शिक्षा से आच्छादित किया जाए। साथ ही 03 जनवरी 2017 के छात्र संख्या के आधार पर प्रोत्साहन धनराशि सम्बन्धी शासनादेश को विलोपित कर पूर्व की भांति पूर्ण वेतन अनुदान सम्बन्धी शासनादेश को पुनर्जीवित किया जाए, राजकीय विद्यालयों में प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती में अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों को भी सम्मिलित होने का अवसर दिया जाए। अशासकीय विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरने की प्रक्रिया अविलम्ब प्रारंभ की जाए , नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। बैठक को संघ के प्रान्तीय सरंक्षक एवं पूर्व प्रान्तीय अध्यक्ष जय प्रकाश बहुगुणा, पूर्व अध्यक्ष एवं सरंक्षक सुदर्शन शाह, प्रान्तीय उपाध्यक्ष पूरण सिंह फर्स्वाण, हेमा चमियाल, मंडलीय अध्यक्ष कुमाऊं विशन सिंह मेहता, महामन्त्री डॉक्टर महेंद्र सिंह मेहरा, मंडलीय मंत्री गढ़वाल मंडल बालमनोज रावत, जिलाध्यक्ष रुद्रप्रयाग बलवीर सिंह रौथाण, देहरादून अनिल नौटियाल, जिला मंत्री टिहरी गढ़वाल शिव सिंह रावत, ऊधमसिंह नगर उदय प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष प्रकाश खोलिया, माया जोशी, हरीश उप्रेती, ललित भाकुनी आदि ने सम्बोधित किया।
बैठक में जनपद पौड़ी गढ़वाल की जिला कार्यकारिणी में बदलाव करते हुए देवेंद्र कुमार को जिलाध्यक्ष एवं हेमंत रावत को जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनसे आह्वान किया गया कि जनपद पौड़ी गढ़वाल में अविलम्ब सदस्यता अभियान प्रारंभ कर संगठन को मजबूती प्रदान की जाए।
बैठक के समापन पर दो मिनट की शोक सभा की गई, जिसमें अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड के प्रान्तीय सरंक्षक स्वर्गीय सुरेंद्र दत्त भट्ट, प्रांतीय सरंक्षक स्वर्गीय जनार्दन बुडाकोटी और मरचूला बस दुर्घटना में मृत तदर्थ शिक्षक स्वर्गीय दिलवर सिंह रावत की आत्मा की शांति के प्रार्थना की गई ।