देहरादून: उत्तराखंड की प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपना लोहा मनवाया है। एक समय था जब उत्तराखंड में क्रिकेट तो होता था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से बीसीसीआई ने मान्यता नहीं दी थी। ऐसे समय में कुछ चुनिंदा क्षेत्रीय और ऑल इंडिया टूर्नामेंट हुआ करते थे। गोल्ड कप इनमें एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भी शामिल है। जिनमें कॉमेंट्री किया करते थे ।
देहरादून के मोहकमपुर निवासी अलंकार गौतम
रेंजर्स मैदान में ज्यादातर दर्शक अलंकार की कॉमेंट्री सुनने ही जाया करते थे। कहा जाता है कि अलंकार की कॉमेंट्री में वो जादू है जो बेजान मैच में भी जान डाल देता है। ग्राउंड के अंदर जहां खिलाड़ी प्रदर्शन कर दर्शकों का मनोरंजन करते हैं तो ग्राउंड के बाहर अलंकार अपनी कॉमेंट्री से दर्शकों के बीच समां बांध देते हैं। कभी ऑल इंडिया रेडियो पर इस प्रकार की कमेंट्री हुआ करती थी। जब खेल प्रेमी रेडियो सेट से दिनभर चिपके रहते थे। उसी प्रकार अलंकार की कॉमेंट्री में भी दम है। उनकी कॉमेंट्री का यह कारवां धीरे-धीरे बढ़ता गया और उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि भारत के अधिकांश राज्यों के बड़े टूर्नामेंट में उनकी कॉमेंट्री की डिमांड है। वह अक्सर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मुंबई में होने वाले प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कमेंट्री करने के लिए जाते रहते हैं। इसके अलावा नेपाल में भी कॉमेंट्री कर चुके हैं। इसके लिए आयोजक पहले ही उनसे संपर्क कर लेते हैं। आपको बता दें कि, *अलंकार सिर्फ़ क्रिकेट की ही नहीं बल्कि हॉकी, कबड्डी, फुटबाल, बॉक्सिंग, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल आदि खेलों की कॉमेंट्री करते हैं।* उनकी कमेंट्री के फैन सिर्फ आम खेल प्रेमी ही नहीं बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी हैं। पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, अजय जड़ेजा, विनोद कांबली, मोहम्मद कैफ, अंतरराष्ट्रीय अंपायर अनिल चौधरी अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सरदार सिंह उनकी कॉमेंट्री से काफी प्रभावित हैं।
अलंकार के अनुसार, उन्होंने शुरुआत में शौकियातौर पर कॉमेंट्री करना शूरू किया था, लेकिन आज इसे उन्होंने पेशे में शामिल कर लिया है।