देहरादून: रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक राऊत के नेतृत्व में 95 पेंशन एनएसी के आह्वान पर उत्तराखंड में एनएसी के उत्तराखंड अध्यक्ष टी एस बिष्ट, प्रदेश सचिव सुरेश डंगवाल, सुभाष शाह, शैलेश कुमार, बलवीर सिंह , सुरेश रावत, त्रिलोकी राम शर्मा, नरेंद्र त्यागी जय पाल बडत्वाल , मातवर सिंह संजीव डोभाल राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गोसाईं, प्रदेश सचिव बीएस रावत आदि पदाधिकारीयों के द्वारा उत्तराखंड के समस्त सांसदों के यहां धरना दिया गया।
हल्द्वानी में सांसद अजय भट्ट के यहां कुमाऊ क्षेत्र के एवं टनकपुर क्षेत्र के पदाधिकारियों के नेतृत्व में धरना दिया गया। देहरादून में सांसद माल्या राज्य लक्ष्मी शाह एवं रमेश पोखरियाल निशंक के यहां धरना दिया गया धरने के उपरांत एन ए सी द्वारा 95 पेंशन हेतु भारत सरकार को चेतावनी के लिए चर्ण बद्ध आंदोलन के तहत प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन द्वारा माननीय सांसद महोदयों को दिया गया, उसमें कहा गया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए जिनके द्वारा 35 से 40 साल तक सेवाएं की गई हैं उनको 7500 + DA पेंशन के रूप में दिया जाए कर्मचारी का पैसा ई पी एफ ओ में जमा है लेकिन ई पी एफ ओ के कर्मचारी अधिकारी एवं व्योरोकरेट सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पैसे पर राज कर रहे हैं|
इसलिए प्रधानमंत्री एवं श्रम मंत्री से अनुरोध है कि तथा माननीय सांसदों से अनुरोध है कि इस बुजुर्ग अवस्था में जहां आप लोग विधवा पेंशन एवं वृध पेंशन ₹15 प्रत्येक व्यक्ति को देते हैं वहां जिस कर्मचारी ने 35 ,40 साल सेवा की हो और उनका पैसा ई पी एफ ओ में जमा हो उसको से ₹ 1000 से 1100 तथा वर्तमान में सेवानिवृत्त होने वाले को ₹3000 पेंशन मिल रही है जो बड़ा खेद का विषय है इसलिए माननीय प्रधानमंत्री एवं श्रम मंत्रि से अनुरोध है कि इन बुजुर्गों की ओर ध्यान देकर के कम से कम ₹7500 + DA दिलवाने का कष्ट करेंगे जिससे कि यह बृद्ध पति और पत्नी जिनका कोई सहारा नहीं है उनको जीवन चलाने के लिए दो वक्त की रोटी मिल सके। इसलिए एनएसी की मांग है कि मिनिमम पेंशन 7500+ DA , बृद्धा अवस्था में चिकित्सा सुविधाएं, आदि देने की कृपा करें।