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राम-लक्ष्मण वनवास का मंचन देख भावुक हुए दर्शक - मोनाल एक्सप्रेस

राम-लक्ष्मण वनवास का मंचन देख भावुक हुए दर्शक

   देहरादून : सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून के तत्वाधान में महिला कलाकारों द्वारा भव्य रामलीला का मंचन 16 दिसंबर 2023 से प्रारंभ हो चुका है आज रामलीला के पांचवें दिन में सुमंत जी बड़े दुखी मन से अयोध्या लौट रहे हैं और कह रहे हैं कि मैं किस मुंह से अयोध्या वापस जाऊं राजा दशरथ और प्रजा को क्या जवाब दूं, वहीं दूसरी ओर अयोध्या में राजा दशरथ बिस्तर में लेटे हुए हैं सुमंत को देखते ही कहते हैं कि मेरे राम और सीता कहां है उनको वापस क्यों नहीं लाऐ, सुमंत जी बताते हैं की गंगा पार करने से पहले केवट ने हम सब की बड़ी खिदमत की और फिर प्रभु राम ने मुझे अयोध्या वापस आने के लिए बोला और फिर राम लक्ष्मण सीता ना उसे गंगा पार चले गए, राम लक्ष्मण सीता को वापस न देखकर राजा दशरथ के प्राण पखेरु उड़ जाते हैं, गुरु वशिष्ट ननिहाल गए हुए भरत शत्रुघ्न को बुलाने को दूत भेजते हैं, भरत शत्रुघ्न दूत के साथ अयोध्या आते हैं पिता को जिंदा ना देखकर और राम लक्ष्मण तथा माता सीता की वन जाने की खबर सुनकर भरत माता कैकई पर बहुत नाराज हो जाते हैं और राम लक्ष्मण सीता को ढूंढने के लिए वन की ओर प्रस्थान करते हैं, भरत के साथ पूरा परिवार और अयोध्या वासी भी चल पड़ते है, भरत राम से मिलकर उन्हें पिता दशरथ की मृत्यु का समाचार भी देते हैं और साथ ही उन्हें अयोध्या आने की विनती करने लगते हैं परंतु श्री राम ने कहा कि मुझे 14 वर्ष का बनवास की आज्ञा पिता से मिली है और पिताजी अब इस दुनिया में नहीं है इसलिए मैं उनकी आज्ञा का पालन करूंगा इसलिए भरत तुम माताओ, गुरुजी और प्रजा को लेकर वापस अयोध्या लौट जाओ, राम जी की आज्ञा पर भरत राम जी की खड़ाऊ अपने सिर पर रखकर अयोध्या वापस लौट आते हैं परंतु भरत भी अयोध्या में न रहकर एक कुटिया में रहने लगे और खड़ाऊ की पूजा 14 साल तक करते रहे.

    रामलीला की निदेशक श्रीमती सरोज रावत के निर्देशन में कलाकारों द्वारा बहुत सुंदर प्रस्तुति दी गई जिसमें सुमंत श्रीमती सरोज बिष्ट, दशरथ श्रीमती लक्ष्मी मलासी, कौशल्या श्रीमती सुधा रावत, कैकई श्रीमती अनुराधा नेगी, सुमित्रा श्रीमती उर्मिला रावत ,भरत श्रीमती सोनिया रावत, शत्रुघ्न श्रीमती किरण बिष्ट ,राम श्रीमती ललिता नेगी, लक्ष्मण श्रीमती रूपा रावत, सीता श्रीमती पुष्पा रावत

इस अवसर पर श्रीमती कुसुम पटवाल, श्रीमती सोना राणा, श्रीमती उषा रावत श्रीमती आरती नेगी श्रीमती रंजना बिष्ट,निर्मला बेडवाल श्रीमती विद्या भंडारी श्रीमती रेणु बिष्ट श्रीमती श्रीमती सरस्वती बिष्ट श्रीमती शोभा सुंदरियाल श्रीमती लक्ष्मी रावत श्रीमती रीना रावत श्रीमती सुषमा रावत उपस्थित थे

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