अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड ने सरकार पर लगाया उपेक्षा का आरोप, 24 जून को करेंगे धरना प्रदर्शन

देहरादून : अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड द्वारा अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों की विभिन्न लंबित माँगों को लेकर घोषित आंदोलन के प्रथम चरण में 24 जून 2024 को आहूत प्रांतीय कार्यकारिणी के धरना प्रदर्शन की तैयारियों के सम्बंध में प्रान्तीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन बैठक प्रान्तीय अध्यक्ष संजय बिजल्वाण की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।

बैठक को संबोधित करते हुए संघ की प्रान्तीय सरंक्षक एवँ पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष जय प्रकाश बहुगुणा एवँ पूर्व ज़िलाध्यक्ष चिंतामणि सेमवाल जी ने कहा कि सरकार एवँ विभाग Shash अशासकीय विद्यालयों की उपेक्षा कर रही है जिस कारण संगठन को मजबूर होकर आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है ।

अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष संजय बिजल्वाण एवँ प्रांतीय महामंत्री महादेव मैठाणी ने कहा कि अशासकीय विद्यालयों एवँ शिक्षक कर्मचारियों के साथ विभाग एवँ सरकार लगातार सौतेला व्यवहार कर रही है इस सम्बंध में कई बार माँग पत्र भी निदेशक माध्यमिक शिक्षा एवँ निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा को सौंपे गए हैं लेकिन आज तक उन पर कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं हो पाई है वर्षों से हो रही जी पीएफ कटौती को बंद कर एन पी एस कटौती के तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं वर्षों पुरानी,तदर्थ की सेवाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा है , तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण के प्रकरण वर्षों से लंबित पड़े हुए हैंवर्षों से मानदेय में कार्यरत शिक्षकों को तदर्थ किए जाने की प्रक्रिया में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है । उच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद वित्त विहीन सेवाओं को जोड़कर जी पी एफ कटौती प्रारम्भ नहीं की जा रही है और प्रत्येक शिक्षक कर्मचारियों को चयन एवँ प्रोन्नत वेतनमान के लिए न्यायालय की शरण मे जाना पड़ रहा है जनपद टिहरी गढ़वाल एवँ रुद्र प्रयाग में अनावश्यक रूप से विगत छै महीनों से शिक्षकों का वेतन रोका गया है उन्हें पुरानी पेंशन छोड़कर नई पेंशन योजना के जबर्दस्ती मजबूर किया जा रहा है अधिकांश प्रकरण शासन एवँ विभाग की उदासीनता के कारण न्यायालय से निस्तारित हो रहे हैं 1 अक्टूबर 2005 से पूर्व की विज्ञप्ति से नियुक्त शिक्षक कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है राजकीय विद्यालयों में प्रधानाचार्यो की सीधी भर्ती में अशासकीय शिक्षकों को सम्मिलित नहीं किया जा रहा है अशासकीय विद्यालयों को समग्र शिक्षा के लाभ वांछित किया जा रहा है अशासकीय विद्यालयों के छात्र छात्राओ को ड्रेस ,टेबलेट , शिक्षण सामग्री आदि की सुविधाएं नहीं दी जा रही है डाउन ग्रेड प्रधानाचार्यों को 5 साल के स्थान पर ढाई साल में पूर्ण स्केल दिवा जाना चाहिए जो कि अभी तक नही दिया जा रहा है इसी तरह से अन्य भी कई मांगे वर्षों से लंबित पड़ी हैं जिस सम्बंध में एक माँग पत्र महानिदेशक शिक्षा ,निदेशक माध्यमिक एवँ प्रारंभिक शिक्षा को सौंपा गया था तथा चेतावनी भी दी गई थी कि मांगे यथा समय पूर्ण न होने पर संगठन धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होगा । इसी क्रम में संगठन ने मजबूर होकर 24 जून 2024 को महा निदेशालय में धरना प्रदर्शन के साथ ही आंदोलन का निर्णय ले लिया है ।

यदि सरकार एवँ विभाग ने अभी भी मांगे नहीं मानी तो इस आंदोलन को भविष्य में बढ़ाया जाएगा ।

बैठक में अशासकीय माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तराखंड के सरंक्षक जय प्रकाश बहुगुणा (पुर्व प्रांतीय अध्यक्ष) ,चिंतामणि सेमवाल प्रांतीय अध्यक्ष संजय बिजल्वाण ,प्रांतीय महामन्त्री महादेव मैठाणी, प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉक्टर योगेश जोशी , मंडलीय अध्यक्ष शिव सिंह रावत,मंडलीय मंत्री बाल मनोज रावत, कोषाध्यक्ष मनमोहन सिंह नेगी, ज़िलाध्यक्ष हरिद्वार अरविंद कुमार सैनी ,ज़िलामंत्री अभय ढोण्डियाल ,कोषाध्यक्ष प्रवीण रमोला ,ज़िलाध्यक्ष चमोली नरेंद्र सिंह रावत ,ज़िलामंत्री दीप चन्द्र सती, ज़िलाध्यक्ष रुद्र प्रयाग बलवीर सिंह रौथाण ,ज़िला मंत्री भूप सिंह बर्त्वाल, सतीश उनियाल , ज़िलामंत्री टिहरी गढ़वाल शिव सिंह रावत, नील कंठ व्यास, सुनील पैन्यूली, चन्द्रमणि लखेड़ा, हेमंत रावत, ज़िलाअध्यक्ष/ वरिष्ठ उपाध्यक्ष देहरादून दिनेश डोबरियाल ,ज़िला मंत्री विजयपाल सिंह जगवाण ,संयुक्त मंत्री गिरीश सेमवाल , नीरज वर्मा दिनेश चंद्र भट्ट आदि कई शिक्षक उपस्थित थे ।

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