देहरादून : 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उत्तराखंड के ऋषिकेश निवासी सृष्टि लखेड़ा की निर्देशित फिल्म ‘एक था गांव’ को सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म के पुरस्कार के लिए चुना गया है। सृष्टि की यह फिल्म गढ़वाली व हिंदी भाषा में बनी है। मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जनपद के कीर्तिनगर विकासखंड के सेमला गांव निवासी सृष्टि के पिता डा. केएन लखेड़ा ऋषिकेश के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ हैं। सृष्टि की प्राथमिक शिक्षा ऋषिकेश के ओंकारानंद स्कूल OSN RISHIKESH ONLINE से हुई है। सृष्टि ने मिरांडा हाउस नई दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक तथा एवरग्रीन यूनिवर्सिटी ओलंपिया वॉशिंगटन स्टेट से मास्टर किया। एक वर्ष पूर्व उनका विवाह अमिथ सुरेंद्रन से हुआ है। अमिथ सुरेंद्रन प्रसिद्ध सिनेमैटोग्राफर हैं, जो कई चर्चित वेब सीरीज में काम कर चुके हैं। 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के निर्णायक मंडल ने 24 अगस्त शाम पुरस्कारों की घोषणा की। इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ को दिया गया है। जबकि सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार सृष्टि लखेड़ा की निर्देशित ‘एक था गांव’ को दिया गया है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जबकि ‘आरआरआर’ को संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला है। बेस्ट एक्ट्रेस के लिए आलिया भट्ट और कृति सेनन ने अवार्ड जीता। ‘पुष्पा’ स्टार अल्लू अर्जुन बेस्ट एक्टर चुने गए। 69वें नेशनल अवॉर्ड में आर माधवन की ‘रॉकेट्री’, संजय लीला भंसाली की ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’, विक्की कौशल की ‘सरदार उधम’ और एसएस राजामौली की ‘आरआरआर’ ने कई अवार्ड अपने नाम किए हैं।