देहरादून। करुण नायर ने साबित कर दिया है कि हालात चाहे कितने भी विपरीत क्यों न हो अपने मनोबल, लगन, जज्बे और अभ्यास को कभी कम नहीं करना चाहिए। इंटरनेशनल क्रिकेट (टेस्ट क्रिकेट)में तिहरा शतक लगाने के बावजूद उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर कर दिया गया था। फिर भी करुण ने हिम्मत नहीं हारी और घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाते चले गए। यही कारण रहा कि उन्हें आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली कैपिटल ने टीम में शामिल किया और अब इंटरनेशनल क्रिकेट में करीब 08 साल बाद उनकी वापसी हुई। इंग्लैंड ए टीम के खिलाफ चल रहे अनौपचारिक टेस्ट मैच में करुण नायर ने दोहरा शतक ठोक दिया है। करुण ने 281 गेंदों में 26 चौकों और एक छक्के की मदद से 204 रन बनाए।
उन्होंने साबित कर दिया है कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए चयनकर्ताओं ने उनका चयन करके बिल्कुल सही फैसला लिया है। इसके साथ ही उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए अपना दावा भी पुख्ता कर दिया है। करुण, वीरेन्द्र सहवाग के बाद भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। वह युवा क्रिकेटरों के साथ उनके लिए भी एक रोल मॉडल की तरह हैं जिन्हें एक दो मैचों के बाद टीम से बाहर कर दिया जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 6 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेलने वाले करुण के नाम घरेलू क्रिकेट में कई अनोखे रिकॉर्ड भी हैं।
*करुण के घरेलू क्रिकेट करियर पर एक नजर* फर्स्ट क्लास क्रिकेट में साढ़े पांच हजार के करीब रन: