देहरादून : त्रेता युग में सरवण कुमार ने अपने बुजुर्ग माता-पिता को कावड़ में बैठाकर तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई थी। उन्हीं की तर्ज पर गाजियाबाद के चार युवक अपने वृद्ध दादा दादी को कावड़ में बैठा कर गाजियाबाद से हरिद्वार लाए। गाजियाबाद के सलकपुर फरूक नगर निवासी राजवीर सैनी के बेटे राहुल, विकास, सागर और तरुण ने अपने दादा धन्नो (उम्र 85 साल) और दादी बलबीरी (उम्र 80 साल) को लेकर 19 जून को हरिद्वार पहुंचे। यहां से उन्हें गंगा स्नान कराने के बाद 20 जून को कावड़ में बैठाकर गाजियाबाद के लिए निकले। राहुल के अनुसार, प्रति दिन वह इस प्रकार 10 किलोमीटर की ही दूरी तय कर पा रहे हैं। कहा कि यह दादा दादी की इच्छा थी।