देहरादून: आयुष्मान योजना के अंतर्गत राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने जीवनगढ़, विकासनगर स्थित एक अस्पताल के 243 क्लेम के आडिट में फर्जीवाड़ा पकड़ा है। आरोप है कि अस्पताल ने क्लेम के दस्तावेज में जिस चिकित्सक के नाम व हस्ताक्षर दर्शाए हैैं, वह न तो अस्पताल में काम करता है और न ही उसने कभी इस अस्पताल में मरीजों का उपचार किया। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने बताया कि संबंधित चिकित्सक ने लिखित रूप में इसकी पुष्टि की है। प्राधिकरण ने अस्पताल को कारण बताओ नोटिस भेजा है। साथ में आयुष्मान भारत, अटल आयुष्मान व राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना से अस्पताल की सूचीबद्धता निलंबित कर दी है।