देहरादून: वर्तमान में उत्तराखंड में खासतौर पर मैदानी जनपदों डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अब सख्त हो गया है। स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने गली महोल्लों में और सड़कों के किनारे बैठे झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि वह मान्यता प्राप्त चिकित्सको से ही इलाज कराएं। ताकि किसी की जिंदगी से खिलवाड़ न हो।
राज्य में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बीते बुधवार को सचिवालय में देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी व नैनीताल जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डेंगू के मरीज का चिकित्सक की निगरानी में सही इलाज करवाएं। विभिन्न जनपदों में झोलाछाप गलत तरीके से लोगों का इलाज कर रहे हैं। प्रत्येक जनपद में यह सुनिश्चित किया जाए कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो। सभी जनपद ऐसे मामलों में नियमानुसार तत्काल कार्रवाई करना सुनिश्ति करे। डेंगू रोगियों का उपचार कर रहे झोलाछाप पर कार्रवाई की जाए। लोगों को मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थान में ही इलाज कराने को प्रोत्साहित किया जाए। बैठक में नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भागीरथी जोशी, हरिद्वार के जिलाधिकारी धीरज गर्बरियाल, नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती, पौड़ी के मुख्य चिकित्साधिकारी, डा. प्रवीण कुमार, देहरादून से मुख्य नगर आयुक्त मनुज गोयल, एडीएम राकेश शरद शर्मा,स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डा. आशुतोश सयाना, राज्य रक्त संचरण परिषद के निदेशक डा. अजय नागरकर, संयुक्त आयुक्त डा. आरके सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डा. पंकज सिह शामिल थे।