देहरादून : गुरुवार (21 नवंबर 2024) को रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट द्वारा अकेता होटल राजपुर रोड देहरादून में वार्षिक फ्लैगशिप अभियान #हर कदम बेटी के संग मिलकर लाएं बदलाव हम! अभियान के अंतर्गत “The Adolescent Life Skill Summit – My Voice,My Choice” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम की शुरुआत रूम टू रीड स्टेट मैनेजर पुष्पलता जी द्वारा सभी का स्वागत कर की गई।
इस कार्यक्रम में जीवन कौशल और जेंडर रूढ़ीवादी मान्यताओं का सामना कैसे किया जाए इसके बारे में चर्चाएं की गई। इस कार्यक्रम में देहरादून के 7 स्कूलों से एलुमनाई बालिकाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसमें मुख्य रूप से जी0जी0आई0सी0 ऋषिकेश , जी0जी0आई0सी0 रानीपोखरी, जी0जी0आई0सी0 ब्रह्मपुरी, जी0जी0आई0सी0 अजबपुर, जी0आई0सी0 पटेल नगर, जी0जी0आई0सी0 बुल्लावाला, और जी0आई0सी0 सेलाकुई के विद्यालय की बालिकाओं द्वारा उनके जीवन में जीवन कौशल से आए बदलाव की कहानियों को साझा किया। कार्यक्रम में इस सातों स्कूलों के प्रधानाचार्य ने भी प्रतिभाग किया जिसमें दीना राणा( GGIC ऋषिकेश), श्रीमती आरती चिटकारिया (GGIC रानी पोखरी), मोहम्मद इमदाद अंसारी (GIC बुलावाला) , श्री देवेंद्र सिंह खत्री (GIC पटेल नगर ,व श्रीमती समीरा देवली अध्यापिका श्रीमती भावना नैथानी जी(GGIC अजबपुर कला) द्वारा अपने-अपने स्कूल में बालिकाओं में जीवन कौशल के महत्व बताते हुए कहा गया कि कैसे लड़कियां अपनी पढ़ाई व जीवन के महत्वपूर्ण फैसले लेने में सक्षम बन रही है। इसी क्रम में एससीईआरटी से श्री राकेश चंद्र गैरोला, श्रीमती शुभ्रा सिंघल, श्री रोहित गुप्ता जी (स्टेट मैनेजर कौशलम् कार्यक्रम) और दो एलुमनाई बालिका नेहा और मंतशा द्वारा जेंडर समानता पर परिचर्चा की गई कि आज भी जेंडर भेदभाव हमारे समाज को किस तरीके से प्रभावित कर रहा है उसमें बदलाव लाने के हर संभव प्रयास किए जाएं। साथ ही समाज में समानता लाने के लिए हर स्तर से हर एक का योगदान होना आवश्यक है तभी समाज में आने वाली नई पीढ़ी के लिए नई सोच और नई राह बनेगी तथा सभी में नवाचार का बदलाव नजर आएगा जिससे हमारे समाज में समानता आएगी।
इस कार्यक्रम में सहयोगी संस्थाओं धाद, बचपन बताओ आंदोलन, माउंटेन चिल्ड्रेन फाउंडेशन, ड्रीम एंड ड्रीम और उद्यम फाउंडेशन ने भी प्रतिभाग किया।