देहरादून: एसटीएफ ने सेलाकुई क्षेत्र के एक आधार सेंटर पर छापा मारकर बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। यहां पड़ी फर्जी कागजात तैयार कर पहचान पत्र बनाए जाते थे। मौके से संचालक व ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल के मुताबिक, बीटी 24 को एसटीएफ को सूचना मिली कि सेलाकुई क्षेत्र के अंतर्गत स्थित सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) में कई व्यक्तियों के जन्म प्रमाण पत्र फर्जी वेबसाइट के आधार पर तत्काल तैयार किए जा रहे हैं। इन जाली जन्म प्रमाण पत्रों के आधार पर नए आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं। इसके बाद एसटीएफ ने वहां छापा मारकर जांच की तो सूचना सही पाई गई। इस पर टीम ने संचालक व ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया। सेंटर से कई व्यक्तियों के विभिन्न राज्यों के भिन्न भिन्न सरकारी चिकित्सालयों की मोहर के साथ जारी किए गए कई लोगों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बरामद किए गए। साथ ही 26 व्यक्तियों के आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। गिरप्तार आरोपी ने पूछताछ में एसटीएफ टीम को बताया कि उनके बिहार और झारखंड में कई व्यक्तियों के साथ संपर्क है, जिनके साथ वाट्सएप पर गुप बनाया हुआ है, उन्हीं व्यक्तियों द्वारा पैसे लेकर इस काम के लिये फर्जी वेबसाइट तैयार की जाती है उन वेबसाइट पर किसी व्यक्ति का नाम, पता, उम्र च जन्मस्थान, जनपद का नाम भरने के बाद उस जनपद के राजकीय चिकित्सालय से जन्म प्रमाण पत्र बनवाना है, का विकल्प आता है। उस विकल्प का चयन करने के बाद संबंधित व्यक्ति का संबंधित राजकीय चिकित्सालय के द्वारा जारी किया गया जाली जन्म प्रमाण पत्र तैयार किया जाता है। जिसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं रहता है। इसी के आधार पर पहचान पत्र इत्यादि बनाया जाता है। सेलाकुई क्षेत्र में बाहरी राज्यों से काफी मजदूर कार्य करने के लिए आते है, जिनकी उम्र कम होती है। एसे में उनकी उम्र को इन जाली जन्म प्रमाण पत्रों के माध्यम से बढ़ाकर फैक्ट्रियों में आसानी से कार्य मिल जाता है। जाली प्रमाण पत्र के आधार पर ही यूआईडीआई की वेबसाइट पर आधार कार्ड का भी अपडेशन हो जाता है। इसके अलावा उन सभी फर्जी वेबसाइट का भी पता चला है जिनके माध्यम से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र आदि पहचान पत्र बनाए थे। मौके से आरोपी से एयरटेल पेमेंट बैंक की जालि मोहर भी बरामद हुई है, जिनके माध्यम से वह किसी व्यक्ति का सत्यापन करते थे।