देहरादून : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने देहरादून के जाखन स्थित आवास में बीते रोज एक घंटे का मौन उपवास रखा। यह उपवास उन्होंने हाल ही में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से प्रदेश के 10 अशासकीय महाविद्यालयों की संबद्धता समाप्त करने के निर्णय के विरोध में लिया गया। उपवास खत्म करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि महाविद्यालयों की संबद्धता ऐसे समय में खत्म करने का निर्णय लिया गया है जब हजारों छात्र-छात्राओं के पास निजी कालेजों में दाखिला लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार, राज्य सरकार के अलावा उत्तराखंड के सांसदों को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हजारों नौजवान चारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है और ये सभी मौन हैं। उन्होंने इस समस्या का अतिशीघ्र समाधान करने की मांग की है।