
देहरादून : दुनिया में एक तरफ जहां आए दिन ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं और कई बार देखने में आया है कि अपने ही घर की तिजोरी में रखे पैंसे पर हाथ साफ कर देते हैं। वहीं, ईमानदारी आज भी जिंदा है। आज भी ऐसे ईमानदार और खुद्दार लोग हैं जो किसी की खून-पसीने की कमाई का मतलब समझते हैं। ऐसी ही ईमानदारी का परिचय दिया है देहरादून में अजबपुर खुर्द स्थित सरस्वती विहार निवासी अनिल सेमवाल ने। दरअसल, हुआ यूं कि 19 मार्च को अनिल सेमवाल अपने घर की तरफ जा रहे थे, तभी उन्हें माता मंदिर रोड पर एक बैग दिखाई दिया। रात ज्यादा हो गई थी तो वह किसी से पूछ भी नहीं सकते थे कि ये बैग किसका है। घर लेजाकर उन्होंने बैग खोला तो देखा कि उसमें ढाई लाख समेत अन्य कागजात व पासबुक मिली। पासबुक में मिले नाम, पते और नंबर के आधार पर उन्होंने कुंवर सिंह भंडारी निवासी मोथरावाला रोड निवासी को फोन किया। भंडारी ने बताया कि वह व्यपारी हैं और वहां से गुजरते हुए स्कूटी से उनका बैग गिर गया।वह बैग को ही ढूँढ रहे थे। इस पर अनिल ने रुपयों से भरा बैग उन्हें लौटा दिया। इस पर कुंवर सिंह भंडारी ने अनिल सेमवाल का आभार व्यक्त किया। अनिल सेमवाल देहरादून के आराघर स्थित ओली आई सेंटर में कार्यरत हैं।