देहरादून : उत्तराखंड के तीन पर्वतारोहियों ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर तिरंगा फहराया है। माउंट एल्ब्रस दक्षिण-पश्चिमी रूस में यूरोप का सबसे ऊँचा पर्वत है। इसकी ऊँचाई 5,642 मीटर है। 19 अगस्त सुबह 6:25 बजे उन्होंने माउंट एल्ब्रस का अपना यह अभियान पूरा किया। उनका यह अभियान विश्व की सात सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने अंतर्गत शामिल है। माउंट एल्ब्रस पर तिरंगा लहराने वालों में पर्वतारोही उत्तरकाशी जिले की मुखवा गांव निवासी देवयानी सेमवाल, भटवाड़ी के प्रवीन राणा और टिहरी गढ़वाल के रोहित भट्ट शामिल रहे। देवयानी सेमवाल के अनुसार, इस अभियान में से भारत से वह तीन लोग शामिल रहे। उन्होंने अपने इस सबमिट को एनआईएम एएमसी-172 बैच के 2 प्रशिक्षकों और 27 प्रशिक्षुओं को समर्पित किया,जिन्होंने 4 अक्टूबर 2022 को पर्वतारोहण प्रशिक्षण के दौरान अपनी जान गंवा दी थी।
प्रवीन राणा वर्ष 2022 में माउंट एवरेस्ट और फरवरी 2023 में माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया चुके हैं। वह वर्तमान में बेंगलुरु में छात्रों को पर्वतारोहण का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
जबकि देवयानी सेमवाल वर्ष 2019 में माउंट किलिमंजारो पर सबसे बड़ा ध्वज लहराकर “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में नाम दर्ज करवा चुकी हैं। वर्ष 2022 में उन्होंने “खेलो इंडिया 2, नेशनल विंटर गेम” “स्नोशूइंग गेम” में “कांस्य पदक” जीता। वर्तमान में वह “सत्व योग अकादमी, ऋषिकेश” में आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं।
रोहित भट्ट ने इस साल जनवरी 2023 में माउंट किलिमंजारो पर फतह किया।