देहरादून: जानवरों में कुत्ते(श्वान) को सबसे वफादार और समझदार जानवरों में पहचाना जाता है। घर की रखवाली की बात करें या सेना या अर्द्ध सैनिक बल में। श्वान ने हर जगह अपना लोहा मनवाया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड पुलिस में भी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके श्वान कई हत्या, नशा तस्करी के मामलों को पकड़ चुके हैं। बीते शुक्रवार को चमोली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
दरअसल, चमोली जिला पुलिस के डॉग स्क्वायड में शामिल बेला डॉग को हाईवे पर यात्री वाहनों की तलाशी में लगाया गया था। पहले ही दिन ही बेला ने दो किलो 500 ग्राम चरस के साथ तस्कर को गिरफ्तार करवाया है।
पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देशन में एंटी नारकोटिक्स सेल चमोली द्वारा चारधाम यात्रा के दृष्टिगत जनपद में मादक पदार्थों की तस्करी, बिक्री तथा नशे पर रोकथाम को विशेष अभियान चलाया गया है। इसके तहत प्रभारी एसओजी चमोली उपनिरीक्षक नवनीत भण्डारी द्वारा डॉग स्क्वायड टीम के साथ जिले के अन्तरजनपदीय बैरियर व अन्य स्थानो पर संघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान जनपद में आने जाने वाले वाहनों एवं सदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग की गई।
चौकी लंगासू क्षेत्रान्तर्गत संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग के दौरान डॉग स्क्वायड के अनुभवी डॉग बेला की सहायता से अभियुक्त सुन्दरपुरी निवासी ग्राम नांगल थाना कुचाचीवा जिला कैथल हरियाणा को दो किलो 500 ग्राम चरस (भांग पत्ती) के साथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी के विरुद्ध कोतवाली कर्णप्रयाग में मुकदमा दर्ज किया गया।