देहरादून: चारधाम यात्रा व्यवस्था का जायजा लेने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मंगलवार को सोनप्रयागव गौरीकुण्ड पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देखा कि गौरीकुण्ड का अधिकांश क्षेत्र बिल्कुल संकरा है, जिससे आवाजाही का एकमात्र रास्ता है। इस पर उन्होंने गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव के दूसरी छोर पर बाईपास तैयार कराये जाने को पत्राचार करने के निर्देश अपने अधीनस्थों को दिए, ताकि इस क्षेत्र में भीड़ के दबाव को खत्म किया जा सके।
यात्रा के सभी पैदल पड़ावों पर नियुक्त पुलिस बल व यात्रियों की सुविधा व तात्कालिक सहायता हेतु ऑक्सीजन सिलैंडर रखवाये जाने के निर्देश दिए गये। धाम सहित यात्रा पड़ावों की पवित्रता बनाये रखने हेतु “ऑपरेशन मर्यादा” चलाये जाने के साथ ही इस सम्बन्ध में होर्डिंग्स, फ्लैक्स, बैनर लगवाये जाने के निर्देश दिये गये। गौरीकुण्ड में पुलिस चेक पोस्ट पर श्रद्धालुओं के आवागमन को बनाये रखने हेतु निरन्तर अनाउंसमेंट की ड्यूटी कर रहे होमगार्ड जवान को नगद ₹1000 का पारितोषिक प्रदान किया गया।
इस दौरान केदारनाथ धाम पैदल जा रहे यात्रियों से संवाद स्थापित किया गया। यात्रियों द्वारा पालकी काउंटर पर अत्यधिक भीड़ के नियंत्रण के अनुरोध पर उपस्थित चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड को पालकी बुकिंग काउंटर पर यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से खड़ा कराने हेतु पुलिस बल नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। गौरीकुण्ड में पुलिस व्यवस्थाओं को और अधिक दुरुस्त किये जाने के निर्देश दिये गये।
कोतवाली सोनप्रयाग पहुंचकर पुलिस कार्मिकों का सम्मेलन लेकर उनकी समस्यायें जानी गयी।
यात्रा ड्यूटी हेतु आये बाहरी जनपदों के पुलिस बल को चारधाम यात्रा मद से गर्म जैकेट व इनर उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए। पुलिस बल का मनोबल बढ़ाये जाने के लिए उन्हें हर प्रकार की बुनियादी सुविधायें मुहैया कराने के निर्देश दिये। उपस्थित पुलिस बल को कहा गया कि चारधाम से सम्बन्धित ड्यूटियां आपकी रुटीन ड्यूटियों से थोड़ा मुश्किल जरूर हैं, परन्तु यही आपकी कार्य क्षमता को और मजबूत करेगी।