देहरादून: देहरादून फुटबाल एकेडमी के तीन खिलाड़ियों का जिंक फुटबाल एकेडमी में चयन हुआ है। एकेडमी के संस्थापक व कोच विरेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के खिलाड़ियों को उचित मुकाम पर पहुंचाने के लिए जीवन समर्पित किया हुआ है। 26 मार्च को भारत सरकार की हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की जिंक फुटबाल एकेडमी के लिए अंडर 15, 17 का ट्रायल देहरादून के पवेलियन ग्राउंड में हुए थे, जिसमें उत्तराखंड से 215 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। जिसमे पूर्व भारतीय टीम के कप्तान / कोच तरुण राय, देहरादून फुटबाल एकेडमी के हेड कोच विरेन्द्र सिंह रावत ने 7 खिलाड़ियों को चुना था। फाइनल ट्रायल राजस्थान के उदयपुर में हुए थे, जिसमें 85 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इसमें उत्तराखंड के समस्त खिलाड़ियों मे अपना बेहतरीन खेल दिखाकर फाइनल राउंड को पार करते हुवे 7 में से तीन खिलाड़ी जगह बनाने में कामयाब रहे। जिसमे कृष्णा चौधरी देहरादून चन्द्रबनी से, हिमांशु सिंह काशीपुर ऊमसिंह नगर, गौरव सिंह मुनस्यारी पिथौरागढ़ शामिल है। इन खिलाड़ियों को 23 अप्रैल को जिंक फुटबाल एकेडमी ज्वाइन करनी है। जिसमे सभी खिलाड़ियों को वर्ल्ड क्लास कोचिंग, रहना-खाना, एजुकेशन सब 100 प्रतिशत फ्री मिलेगी। साथ ही वहीं से आई लीग, नेशनल टूर्नामेंट, भारतीय टीम में भी खेलने का मौका मिल सकता है। रावत ने तीनों खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी हैं। वीएस रावत ने बताया की इससे पूर्व उनके द्वारा आयोजित 2011 मे आल इंडिया फुटबाल फेडरेशन, दिल्ली के आल इंडिया फुटबाल फेडरेशन एकेडमी के ट्रायल देहरादून में आयोजित हुए थे, जिसमे समस्त उत्तराखंड से 265 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। जिसमे एआईएफएफ के सेलेक्टर ओर विरेन्द सिंह रावत ने दो खिलाडी चुने थे। जिसमे वर्तमान मे खेल रहे अनिरुद्ध थापा, दिपेन्द्र नेगी थे, दोनों खिलाड़ियों ने 2013 मे भारतीय टीम से खेलते हुए इंटरनेशनल अंडर 16 में भारतीय टीम को गोल्ड मैडल दिलाया था। आज दोनों खिलाडी बेहतरीन प्रदर्शन कर कोच वीएस रावत, राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे हैं।