देहरादून : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राष्ट्रीय महासचिव ने केंद्र सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है। हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा का धावा इस बात का ज्वलंत प्रमाण है कि केंद्र सरकार, राहुल गांधी के माध्यम से पूरे देश के लोकतांत्रिक विपक्ष को धमकाना व डराना चाहती है। उन्होंने कहा कि जितना दबाने का प्रयास करोगे, कांग्रेस राहुल गांधी और मलिकार्जुन खड़के के नेतृत्व में उतनी ही शक्ति के साथ प्रतिकार करेगी।
अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज पर हरीश रावत ने लिखा है कि तानाशाही का क्या कोई दूसरा चेहरा हो सकता है? जो आज की सरकार के वक्त में हम सबको, पूरे देश को देखने को मिल रहा है। भाजपा बहुत शोर मचा रही है कि लंदन में राहुल गांधी ने भारतीय समुदाय के बीच में कह दिया कि वहां लोकतांत्रिक संस्थाओं पर खतरा है और विपक्ष को अपनी बात कहने नहीं दी जा रही है। संसद में जो कुछ आज हो रहा है, वो यही तो है और अब तो स्थिति यहां तक आ गई कि यदि किसी नेता ने कोई बयान दिया है कभी उसका विश्लेषण पुलिस अपने अनुसार कर रही है, दिल्ली पुलिस मतलब केंद्र सरकार अपने अनुसार उसका विश्लेषण कर रही है और राहुल गांधी जी के घर जाकर के धमक गये। जब कांग्रेस के नेतागणों और कांग्रेस के लोगों ने सवाल किए, जब कोई उत्तर नहीं बन पड़ा तब पुलिस वहां से हटी। देश के प्रतिपक्ष के नेताओं को भयभीत करना चाहते हैं। राहुल गांधी जी घर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा का धावा इस बात का ज्वलंत प्रमाण है कि केंद्र सरकार, श्री राहुल गांधी जी के माध्यम से पूरे देश के लोकतांत्रिक विपक्ष को धमकाना व डराना चाहती है! जितना दबाने का प्रयास करोगे, कांग्रेस राहुल गांधी और मलिकार्जुन खड़के के नेतृत्व में उतनी ही शक्ति के साथ प्रतिकार करेगी और हमें पूरा भरोसा है देश की सारी लोकतांत्रिक शक्तियां इस लड़ाई में एकजुट होंगी।