देहरादून: पहाड़ी का फल बेडू को अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। साथ ही स्थानीय स्तर पर बेडू को और ज्यादा बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे पहाड़ में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसको लेकर पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी डॉ अशीष चौहान ने तैयारी की है। डॉ अशीष चौहान की पहल पर रिप (Rural Enterprise Acceleration Project) और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काम करने वाली एक निजी कंपनी के बीच जनपद में बेडू के विक्रय को बढ़ावा देने और उसके वैल्यू एडिशन के संबंध में जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में कृषि, उद्यान और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन के अनुसार, फूड कंपनी द्वारा कोटद्वार में बेडू का प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा तथा 1000 स्थानीय किसानों, काश्तकारों और महिला समूहों के माध्यम से एकत्रित किए जाने वाले बेडू से वाइन का उत्पादन किया जाएगा। कंपनी द्वारा प्लांट मशीनरी में 4 करोड रुपये का निवेश किया जाएगा तथा इस वर्ष लगभग 300 कुंतल बेडू का क्रय किया जाएगा। इससे लगभग 1000 से अधिक किसानों को रोजगार मिलने की संभावना है।
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जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने कहा कि किसानों की उपज को पारदर्शी तरीके से क्रय करने के संबंध में जिला प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा। जिलाधिकारी ने रिप परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप बिष्ट तथा कृषि, उद्यान और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों कास्तकारों और महिला समूहों के माध्यम से बेडू के एकत्रीकरण की प्रक्रिया, एकत्रित किए गए बेडू के क्रय की दरों का निर्धारण करने, विभिन्न क्षेत्रों में पौधों के चिन्हिकरण करने संबंधित समस्त प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार राय, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी राम सलोने, मुख्य उद्यान अधिकारी डी सी तिवारी आदि उपस्थित थे।
खबर के मुख्य बिंदू
1. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहुंचेगा पहाड़ के बेडू का स्वाद ।
2. डीएम डॉ आशीष चौहान की पहल पर रिप और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काम करने वाली निजी कंपनी के बीच हुआ एमओयू साइ न ।
3. पौड़ी जनपद में बेडू के विक्रय को बढ़ावा देने और उसके वैल्यू एडिशन के लिए कोटद्वार में प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित ।
4. 1000 से अधिक किसानों को रोजगार मिलने की संभावना ।
5. 4 करोड़ रुपये का निवेश करेगी कंपनी, इस वर्ष लगभग 300 कुंतल बेडू का क्रय किया जाएगा ।
पिथौरागढ का डीएम रहते हुए भी बेडू से जैम, चटनी और जूस तैयार करवाए, पीएम मोदी ने की सराहना
देहरादून: आपको बता दें कि सीनियर आईएएस डा. आशीष चौहान ने पिथौरागढ जनपद का जिलाधिकारी रहते हुए भी विगत वर्ष कृषि, उद्यान विभाग और एकीकृत आजीविका परियोजना के संयुक्त प्रयास से पहाड़ी अंजीर यानि कि बेडू से जैम ,चटनी और जूस तैयार करवाए थे। तब वहां विकास भवन में इन उत्पादों को लांच किया गया था। बेडू से तैयार उत्पादों की मार्केटिंग का जिम्मा हिलांस संस्था को दिया गया था। ये सभी उत्पाद पूरी तरह से आर्गेनिक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ी अंजीर माने जाने वाले बेड़ू (Bedu) का जिक्र करते हुए इसके उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन के लिए पिथौरागढ़ जिले के तत्कालीन डीएम डॉ आशीष चौहान और उनके सहयोगियों के प्रयासों की सराहना की थी। उन्होंने अपने मन की बात कार्यक्रम में इसका जिक्र किया था।
बेड़ू की विशेषताएं
बेडू एक पहाड़ी फल है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है। इसमें बिटामिन सी, प्रोटीन, फासफोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं जो फेफड़ों की बीमारी में लाभदायक हैं। त्वचा संबंधी और संक्रमण रोकने में कारगर हैं। यह कुमाऊं और गढ़वाल दोनों जगह पैदा होता है। बेड़ू का वानस्पतिक नाम फाइकस केनयाटा है। इसे हिमालयन फिग नाम से जाना जाता है। इसे फेडू भी कहा जाता है। यह मध्य हिमालय में समुद्र तल से सात सौ लेकर 1800 मीटर की ऊंचाई तक पाया जाता है। यह ज्यादतर जंगल में होता है।जिसे वन्यजीव और पक्षी खाते हैं।इसका फल पकने पर हल्का काला और नीला होता है जो स्वाद में मीठा होता है।